छत्तीसगढ़ युवा मंच संस्थापक व कांग्रेसी नेता नरेन्द्र भवानी का बैठक कोरबा गेस्ट हाउस मे हुवा सम्पन्न
, अक्टूबर माह मे होने वाला है न्याय हक संवैधानिक यात्रा रायपुर के तुता मैदान मे करेंगे मंत्रालय का घेराव
कोरबा .मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच संस्थापक व कांग्रेसी नेता नरेन्द्र भवानी ने बयान जारी कर बताया है की दिनांक 27 जुलाई 2025 को संगठन से जुड़ें मुख्य सदस्यों के साथ कोरबा के गेस्ट हाउस मे बैठक का था आयोजन,जिसमे आने वाले अक्टूबर माह मे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ओर संगठन हजारो की भीड़ के साथ कुंछ करेगी, प्रदेश मे हो रहे संविधान के साथ खिलवाड़ संविधान का अपमान के खिलाफ करेगा छत्तीसगढ़ युवा मंच आंदोलन प्रदर्शन जिसकी त्यारी हेतू संगठन के संस्थापक भवानी व समस्त पदाधिकारी अपने अपने स्तर पर आंदोलन को सफल बनाने की कर रहे त्यारी जिसके तारत्यम मे यह बैठक किया गया था आयोजित*
*भवानी ने बयान मे कहा है की छत्तीसगढ़ मे भाजपा की टिबल इंजन सरकार राज्य मे संविधान का परीपालन कराने मे है असफल या सरकार व प्रशासन स्वयं ही नहीं चाहते की संविधान का हो राज,राज्य मे चारो तरफ कानून व्यस्था का है बुरा हाल, खुले आम मार पिट, खुलेआम धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते उक्त संगठन के सदस्य, संविधान मे मिले धार्मिक स्वतंत्रता का मौलिक अधिकारो की हत्या, कुल मिलाकर संविधान को कुचलने का काम खुलेआम भाजपा शासित छत्तीसगढ़ की सरकार मे हो रही है और कोई नेता ऐसे कृत्यो पर सवाल नहीं कर रहा क्यूँ*
*भवानी ने कहा है की हाल ही मे दुर्ग के जमुना थाना अंतर्गत दिनांक 20 जुलाई को अचानक चल रहे रवीवार की आराधना मे भाजपा समर्पित धार्मिक संगठन के सदस्यों द्वारा वहां पे उपस्थित मसीही मानने वाले अपना धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार प्राप्त अनुसार अपने धर्म की पूजा प्रार्थना अर्चना कर रहे थे, किन्तु संविधान को नहीं मानने वाले सदस्य द्वारा जबरन उनका संवैधानिक अधिकारो का हनन करते हुवे उनके निजी संपत्ति मे पहुंचकर ऊन सभों के साथ अभद्र व्यवहार किया और तो और संविधान कानून का रक्षा करने वाले दबाव मे मासूम धर्म गुरुओ के ऊपर अपराधिक मामला पंजीबध करते हुवे उन्हें जेल भेज दिया यही तक इस सरकार का अत्याचारी पन नहीं रुका उसके बाद जेल मे भी 5 लोगो के साथ बेदम मारपीट किया गया जिससे पीड़ितों के शरीर पर खून के धब्बे पड़ गए और जब इन सभी 6 लोगो का जमानत हुवा, जिसके बाद यह पीड़ित लोग थाना पहुंचे भीड़ के साथ हुवे अपने खिलाफ अन्याय पर काउंटर एफ. आई. आर की मांग को लेकर, तो फिर से कानून के रक्षकों के द्वारा इन्ही पीड़ितों के ऊपर सरकारी काम काज मे बाधा डालने का जुर्म बता और एक एफ. आर. कर दिया गया ऐसा पीड़ितों का कहना रहा है, अब यह सब कृत्य कहाँ तक सही व नियमनुसार है छत्तीसगढ़ की टिबल इंजन भाजपा की सरकार व प्रशासन बतावे, क्या यह सब कृत्य संविधान से मिले अधिकारो का हत्या करने जैसे कृत्य नहीं, ऐसे कई अनगिनत गैर संवैधानिक कृत्य है जिसे भाजपा के राज मे किया जा रहा है बेहद चिंता का विषय है, जिसे लेकर बहत जल्द बडा आंदोलन प्रदर्शन की हो रही है त्यारी*