जिला सक्ती पैसा मांग करने पर आरोपी ने महिला को उतारा मौत के घाट 

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शक्ति पैसा माँगने पर माँ ने महिला को मौत के घाट उतार दिया

 

 

 

 

पैसा मांगने पर बुज़ुर्ग ने महिला को मौत के घाट उतारा ”*

 जघन्य हत्या के मूल को घटना के बाद लिया गया न्याय मे”

 

* बाराद्वार पुलिस की तत्काल कार्रवाई*

* मूल निवासी – रामुकमार केंवट नाइकी करिहा पिता गुलाब राम केंवट उम्र 48 वर्ष निवासी डुमरपारा थाना बाराद्वार जिला सक्ती (छ0ग0)*

 

अपराध क्रमांक 136/25 धारा 103(1) बीएनएस*

*”थाना बाराद्वार-विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 30.05.25 की रात 10.00 बजे सूचना मिली कि डुमरपारा में एक महिला का शव संदेह में मिला है, संयुक्त हमारे स्टाफ के थाना अचैनमेंट ग्राम डुमरपारा में भर्ती अरेस्ट पर सूचना बैठक हुई, जहां सुचक/प्रार्थी रामकुमार पिता स्व. ईश्वर लाल केंवट निवासी डुमरपारा मठ पर अतिथि ग्यान देहाती मार्ग परिचय एवं देहाती नालसी मित्र मंडली की दिनाकं 30.05.2025 को सुबह 09.00 बजे अपने लूना से ग्राम डोंगरीडीह गुरु महाराज यादराम बाबाजी के आश्रम में उनका जन्म दिवस शामिल हुआ था। उसकी पत्नी

 

 

 

दुवासबाई केंवट, बेटी चंचल केंवट, भारती केंवट घर पर थी और लाबा तनवीर केंवट सुबह 08.00 बजे डोंगरी आश्रम से शाम करीब 07.00 बजे काम पर गई थी। वापस वह घर पहुंची तो उसकी पत्नी दुवासबाई केंवट घर पर नहीं थी तब प्रार्थी की दूसरी बेटी चंचल कहती है कि मां दोपहर 03.00 बजे घर से वापस चली गई है। जिसे प्रार्थी के बेटे तनवीर के साथ ने खोजा था, वह अपने बेटे तनवीर के बगल में स्थित था। दुवासबाई के माता, सिर एवं शरीर में अन्य जगह गंभीर चोट लग रही थी। डुवासबाई के किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा किसी वस्तु से मार कर गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या की गई है, यह सूचना थाना बाराद्वार में आवेदक द्वारा देहाती मार्ग इंटीमेंशन एवं देहाती नालसी में शामिल लोगों के साक्ष्यों के आधार पर ली गई है। वैज्ञानिक जांच पर इयाग स्काट और फॉरेंसिक टीम के निरीक्षण और गवाहों का कथन, घटना स्थल निरीक्षण के आधार पर पता चला कि मृतिका दुवास बाई और पड़ोसी राम कुमार केवंत के साथ अवैध संबंध है। इस घटना का नंबरी मार्ग सूचना नंबर एवं अपराध शाखा धारा 103(1) बी कॉन के अधीन है।*

*घटना के संबंध में श्रीमान पुलिस कप्तान सरसा टीचर्स स्टाक शर्मा (भापुसे), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सर श्री ऋषि यादव, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री मनीष कुँवर शक्ति से आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त कर-दर्शक लखन लाल पटेल थाना अचरज बाराद्वार की पुतली से अज्ञात परिचय के संबंध में मुखबीरों से ज्ञान एकत्र कर से घटना के 08 घंटे बाद ग्राम डुमरपारा से संदेही रामुकमार केंवट पिता गुलाब केंवट उम्र 48 वर्ष निवासी डुमरपारा जिला बाराद्वार (छ0ग0) को राजतिलक से पूछताछ की गई जो अपराध बोध से पता चला कि लगभग आज से 30 वर्ष पहले अपने ग्राम कंदरा चक्की पांतोरा जिला जांजगीर चांपा से अपने मित्र डूमरपारा में रहता था, पहली पत्नी का देहांत 2014 में होने के बाद 2022 में ग्राम तिलकेजा कोरबा से श्रीमति ललिता केंवट की चूड़ी शादी कर पत्नी के साथ विवाह हुआ था, विवाह के बाद में असोस के लोगों से संदेही रामकुमार का दुवास बाई से प्रेम संबंध है, जिसे बाद में चार महीने के लिए छोड़ दिया गया, संदेही ने बताया कि पत्नी के भाग जाने से वह अकेला हो गया था। उन बच्चों का अवैध प्रेम संबंध आज से लगभग 10 साल पहले एक नाबालिग के घर के सामने रहने वाली दुवासबाई केंवट के साथ उनके पति का अवैध प्रेम संबंध तब से था जब उनके पति पर अवैध संबंध कायम हो गए थे।*

*दिनांक 30.05.25 को डुवासबाई का पति जब डोंगरीडीह अपने काम से गया था तो उसकी जानकारी माँ को भी थी, दोपहर करीब 02.50 बजे दोपहर करीब 02.50 बजे दोपहर में सो रही थी तब डुवासबाई अपने घर के दरवाजे को खटखटाती थी, वह घर से बाहर निकली तो पूछी कोरा बनाकर डुवासबाई केंवट मकान में आने के लिए बोली लगाकर अपने पीछे चली गई। डुवासबाई ने युधिष्ठिर केंवट के मकान के अंदर के कमरे से 5000 की लकड़ी की मांग की, उन्हें सूखा नहीं है, रायगढ़ से मांगाया हूं आ जाएगा, तब तुम दे एक अन्य जगह, जहां से डुवासबाई केंवट के घर के अंदर के कमरे में मारी गई। जमीन पर चटपटाने लगी कुछ ही समय में उसकी मौत हो गई, जिस लकड़ी के गुटके से दुवास बाई की हत्या की गई, वहीं दूसरी तरफ उसके उपप्रधान को छोड़ कर भाग गया। कोरबा के सागौन स्काट “बाघा” की टीम की जांच में घटना का पटाक्षेप करने के लिए घटना की जांच की जा रही है। फैक्ट्री से खरीदे गए रोबोटिक कपडो पर लगाए गए धब्बो को एफएसएल अधिकारी के द्वारा प्रारंभिक तौर पर परीक्षण कर मानव रक्त के बारे में बताया गया, जिसमें बायोडाटा द्वारा प्रमाणित टैटू का भी भंडाफोड़ करने का प्रयास किया गया था। केस मे एबिलिटी से प्राप्त प्रमाण-पत्र एवं समसामयिक के मेमोरेंडम के आधार पर हत्या करित करने के लिए, समष्टि द्वारा प्रयुक्त लकड़ी का गुटका को जप्त कर, समष्टि प्रमाण के आधार पर समनुरूप गिरतार कर आधार-पर-हत्या के लिए संबंधित न्यायालय में पेश किया जा रहा है।*

*”उकथन में कथा प्रभारी निरीक्षक लाखन लाल पटेल, साउनि रजिस्ट्रार हुसैन, साउनि नजीर हुसैन, पीआर. पैकारा, प्रेट्र राजेश। लवलीन कपल ,आर. योगेश बिल्डर बिल्डर, अजय बंजारे, किशोर सिदार, रामनिवास फ्लोरेंस, दिलसाय सोनवानी, कंचन सिदार, गौतम सिदार, तकेश्वर कटकवार और मार लाइन का योगदान रहा है।*

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