पहाड़ी कोरवा बुद्धु राम का जीवन यापन होगा आसान,

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*पहाड़ी कोरवा बुद्धु राम का जीवन यापन होगा आसान, जन्म योजना से बने पक्का मकान*

 

कोरबा बुजुर्ग बुद्धूराम पहाड़ी कोरवा की जिंदगी वैसे तो परिवार सहित पहाड़ों के बीच जंगल में टूटे बूटे स्टॉक में ही कट रही थी। उनका कच्चा मकान कभी पक्का हो गया, यह उन्होंने कभी भी नहीं मांगा। घर की आर्थिक स्थिति भी इतनी मजबूत नहीं थी कि उसने मकान बनाने के लिए पक्की सोची, क्योंकि वह अकेले में बकरी चराकर और वनोपजों का संग्रह कर ही कुछ पैसे जोड़ पाता था। इस तरह वह अपना परिवार तलाश रही है। अब जबकि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जंगल में निवास करने वाले विशेष पिछौड़ी जनजाति के परिवारों की भूमि कोरवाओं की भूमि भी खोल दी है। दशकों तक कच्चे मकान में निवास कर से प्रभावित होकर राख उगते आये पहाड़ी कोरवाओं का घर के सामने ही जन्म योजना से पक्का मकान बन रहा है। अपने ही बसाहट और कच्चे मकान के पास पक्का मकान मकान देख रहे पहाड़ी कोरवा बुद्धूराम की खुशी भी दुगनी हो गई है। उनका कहना है कि आने वाली पीढ़ी हमारी तरह के सवालों से नहीं पढ़ेगी।

पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम थर्री आमा में रहने वाले कई पहाड़ी कोरवाओं का जनमन योजना से पक्का मकान बनाया जा रहा है। इसी बसाहट में रहने वाले बुद्धूराम के पास भी पक्का मकान नहीं था। वह अपनी पत्नी बुधनी बाई और बच्चों के साथ कच्चे मकान में रहती है। बुद्धूराम ने बताया कि लंबे समय तक कच्चे मकान में रहने के कारण वह सह-अस्तित्व में रहा है। पहाड़ी पर उथल-पुथल होने की वजह से बार-बार उन्हें कारखाने में डर लगता है। तेज़ बारिश और तूफ़ान के समय घर की क्लस्टरी ही रहती है, उसके साथ ही खपरे से भी पानी टपकता है। वे सभी मजबूरी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि जंगल में पेट की महंगाई का असंतोषजनक हो जाए, वहीं हमारे लिए महत्वपूर्ण है। बुद्धूराम का कहना है कि हमने कभी भी पक्का मकान बनाने का नहीं सोचा, क्योंकि हमारी कोई राय ही नहीं है कि हमने ऐसा सोचा। गाँव में जब अधिकारियों ने सलाह दी कि आप सभी का पक्का मकान तब असफल हो गया। बुद्धूराम का कहना है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हमें गरीबों के लिए बुलाया है, यह बहुत बड़ी बात है। अब हमारा पक्का मकान बन रहा है। घर के सामने ही हम इसे बनाए हुए देख रहे हैं। अगले कुछ दिनों में जब मकान पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तो हमारा परिवार यहीं रहेगा और हम सभी को बारिश और तूफान से भी डर नहीं लगेगा। साइंटिस्ट है किपेट जनमन योजना से विशेष रूप से आदिवासी जनजाति के परिवारों को शासन की मंजूरी दी जा रही है। इसी तरह प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना से हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

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